अक्टूबर क्रांति क्या है? ( october kranti kya hai )

अक्टूबर क्रांति क्या है? ( october kranti kya hai )
Posted on 03-06-2023

अक्टूबर क्रांति क्या है? ( october kranti kya hai )

अक्टूबर क्रांति, जो भी रूसी साम्राज्यवाद संघ महासभा के तहत घटित हुई, एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली क्रांति थी जो 1917 के अक्टूबर महीने में रूस में हुई। यह क्रांति सोशलिस्ट और कम्युनिस्ट पार्टी की अगुआई में हुई और उसका उद्देश्य साम्राज्यवादी शासन को गिराना था। इस क्रांति के परिणामस्वरूप, रूसी साम्राज्यवाद की अंतिम शासनाधीनता का अंत हो गया और एक नया साम्राज्यवादी सरकार शुरू हुई, जिसे सोवियत संघ के नाम से जाना जाता है।

यहां अक्टूबर क्रांति के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को संक्षेप में दिया गया है:

  1. साम्राज्यवाद की स्थिति: 20वीं सदी के प्रारंभ में, रूस में साम्राज्यवादी शासन प्रमुख था। यह एक गहन और कठोर शासन था जिसका प्रभाव आम जनता पर पड़ रहा था। यहां गरीबी, अन्याय और उच्च वर्ग के अत्याचार के मुद्दे उठ रहे थे जो लोगों को आंदोलन में उत्साहित कर रहे थे।

  2. बोल्शेविक पार्टी की प्रभावशालीता: बोल्शेविक पार्टी एक सोशलिस्ट पार्टी थी जिसका मुख्य नेतृत्व व्लादिमीर लेनिन द्वारा किया गया था। यह पार्टी लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता और न्याय के लिए लड़ रही थी और अपने आंदोलनों के माध्यम से लोगों को आंदोलित कर रही थी। बोल्शेविक पार्टी ने अक्टूबर क्रांति को प्रारंभ किया और उसका मुख्य नेतृत्व किया।

  3. क्रांतिकारी समिति का गठन: अक्टूबर क्रांति के पूर्व, बोल्शेविक पार्टी ने क्रांतिकारी समिति नामक एक सरकारी संगठन का गठन किया। इस समिति का कार्य नया साम्राज्यवादी सरकार की योजना तैयार करना, नागरिकों के मुद्दों का समाधान करना और साम्राज्यवाद के खिलाफ युद्ध के निर्देश देना था।

  4. अक्टूबर संग्राम: 25 अक्टूबर 1917 को, बोल्शेविक पार्टी के नेतृत्व में, लाल चौक, सैनिकों और जनता के साथ मार्क्सवादी क्रांति आयोजित की गई। इसका मुख्य उद्देश्य साम्राज्यवादी सरकार को गिराना था। इस आंदोलन में लोगों ने सरकारी इमारतों को कब्जा किया, सैनिकों के समर्थन में सड़कों पर उतरे और सरकारी शक्तियों को हराया।

  5. प्रभावित क्षेत्र: अक्टूबर क्रांति रूस के विभिन्न क्षेत्रों में अपना प्रभाव दिखाई दिया। यह क्रांति मुख्य रूप से पेट्रोग्राड (नवीं संताना), मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग और उराल इलाके में व्यापक आंदोलनों के रूप में विकसित हुई।

  6. साम्राज्यवादी सरकार की गिरफ्तारी: अक्टूबर क्रांति के परिणामस्वरूप, साम्राज्यवादी सरकार को हराकर नई सरकार की स्थापना हुई। इस नई सरकार को सोवियत संघ के नाम से जाना जाता है और लेनिन ने उसका प्रधानमंत्री पद संभाला। सोवियत संघ ने रूस में एक नया साम्राज्यवादी आधारभूत शासन प्रणाली स्थापित की।

  7. सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन: अक्टूबर क्रांति ने रूसी समाज को गहन परिवर्तन किया। नई सरकार ने गरीबी, अन्याय, भूखमरी और शोषण के खिलाफ कठोर उद्यम शुरू किए और नये आर्थिक और सामाजिक नीतियों को लागू किया। इससे उच्चतम वर्ग के अत्याचार को रोका गया और साम्राज्यवादी संपत्ति का नष्ट होना शुरू हुआ।

  8. वैश्विक प्रभाव: अक्टूबर क्रांति ने रूस के बाहर भी व्यापक प्रभाव दिखाया। यह संगठनिक चलचित्र वैश्विक साम्राज्यवादी आंदोलन के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में माना जाता है। इसका प्रभाव उच्चतम वर्ग, साम्राज्यवादी शासन और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर पड़ा और अन्य देशों में भी लोग इससे प्रभावित हुए।

यहां मैंने अक्टूबर क्रांति के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को संक्षेप में दिया है। यह एक महत्वपूर्ण इतिहासी घटना है जिसने रूसी समाज को गहन प्रभावित किया और वैश्विक इतिहास में अपनी जगह बनाई।

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