'करो या मरो' का नारा महात्मा गांधी से जुड़ा है। यह नारा गांधीजी द्वारा शुरू किए गए भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अस्तित्व में आया।
- नारा आधिकारिक तौर पर 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) द्वारा शुरू किया गया था।
- आंदोलन ने 'भारत छोड़ो' या 'भारत छोडो' के नारे दिए। गांधी ने लोगों को 'करो या मरो' का नारा दिया।
- कांग्रेस की विचारधारा के अनुरूप, यह एक शांतिपूर्ण अहिंसक आंदोलन माना जाता था जिसका उद्देश्य अंग्रेजों से भारत को स्वतंत्रता प्रदान करने का आग्रह करना था।
- 8 अगस्त 1942 को बंबई में कांग्रेस कार्य समिति द्वारा भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित किया गया था। गांधी को आंदोलन के नेता नामित किया गया था।