जय श्री श्याम हरे, जय श्री श्याम हरे तेरे दरबार में, सबकी मनोकामना पूरी होती है
आरती उठाऊं, तेरे द्वार पे आऊं श्याम तेरे दरबार की, जय जय कार होती है
चारों तरफ फैला है, जगत के रंग भरे खाटू के श्याम बाबा, तेरी लीला अपार है
भक्ति भाव से जो, तेरा ध्यान करे उसकी सभी मनोकामनाएं, सदा ही पूरी होती हैं
तेरी महिमा अनंत, गुण गान की जय जयकार खाटू श्याम बाबा, तू हमारा अधार है
आरती करूं तेरी, दीपक जगमगाएं खाटू के श्याम बाबा, हमेशा तुम्हारे संग रहें
जय श्री श्याम हरे, जय श्री श्याम हरे तेरे दरबार में, सबकी मनोकामना पूरी होती हैं
आरती उठाऊं, तेरे द्वार पे आऊं श्याम तेरे दरबार की, जय जय कार होती हैं
यह आरती खाटू श्याम बाबा की महिमा और भक्ति को व्यक्त करती है। इस आरती में उनके द्वार में सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनकी लीलाएं अपार हैं। आरती में उनके भक्ति भाव से जो उनका ध्यान करता है, उसकी सभी इच्छाएं सदा पूरी होती हैं। इस आरती के माध्यम से खाटू श्याम बाबा की महिमा, गुण गान की जय-जयकार और उनका संग रहने की प्रार्थना की जाती है।
Jai Shri Shyam Hare, Jai Shri Shyam Hare Tere Darbar Mein, Sabki Manokamna Puri Hoti Hai
Aarti Uthaoon, Tere Dwar Pe Aaoon Shyam Tere Darbar Ki, Jai Jai Kar Hoti Hai
Charon Taraf Phaila Hai, Jagat Ke Rang Bhare Khāṭū Ke Shyām Bābā, Teri Leela Apaar Hai
Bhakti Bhav Se Jo, Tera Dhyan Kare Uski Sabhi Manokamnayein, Sada Hi Puri Hoti Hain
Teri Mahima Anant, Gun Gaan Ki Jai Jai Kar Khāṭū Shyām Bābā, Tu Hamara Adhaar Hai
Aarti Karun Teri, Deepak Jagmagayein Khāṭū Ke Shyām Bābā, Hamesha Tumhare Sang Rahen
Jai Shri Shyam Hare, Jai Shri Shyam Hare Tere Darbar Mein, Sabki Manokamna Puri Hoti Hain
Aarti Uthaoon, Tere Dwar Pe Aaoon Shyam Tere Darbar Ki, Jai Jai Kar Hoti Hain
Thank You